एलोन मस्क का 97 बिलियन डॉलर का ऑफर, ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने हंसते हुए किया जवाब
मस्क और ऑल्टमैन के बीच तकनीकी दिशा पर बढ़ता तनाव

एलोन मस्क ने हाल ही में ओपनएआई को 97 बिलियन डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव रखा, लेकिन ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने इस ऑफर को ठुकराते हुए एक मनोरंजक पलटा जवाब दिया। सैम ऑल्टमैन ने मजाकिया अंदाज़ में घोषणा की कि वे “X” को 9 बिलियन डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव रखते हैं। यह खेल-खेल में हुआ संवाद मस्क और ओपनएआई के बीच चल रहे मतभेदों और कंपनी के दिशा-निर्देशन पर बढ़ते तनाव को और भी उजागर करता है।
एलोन मस्क, जो तकनीकी दुनिया में अपनी नवीन सोच और बड़े फैसलों के लिए प्रसिद्ध हैं, ने ओपनएआई को 97 बिलियन डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का उद्देश्य ओपनएआई की तकनीकी क्षमताओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में मस्क की रुचि को और भी बढ़ावा देना था।
जब मस्क ने यह प्रस्ताव रखा, तो सैम ऑल्टमैन ने तुरंत ही इस पर मजाकिया प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर मस्क इतना पैसा खर्च करना चाहते हैं, तो वे “X” को 9 बिलियन डॉलर में खरीदने के लिए तैयार हैं। इस जवाब ने मस्क और ऑल्टमैन के बीच चल रहे विचार-विमर्श और मतभेदों को एक हल्के-फुल्के अंदाज़ में सामने ला दिया।
यह खेल-खेल में हुआ संवाद दर्शाता है कि मस्क और ओपनएआई के बीच कंपनी की दिशा, रणनीति और तकनीकी विकास को लेकर गंभीर मतभेद हैं। जबकि मस्क का मानना है कि ओपनएआई के साथ जुड़ाव से एआई के क्षेत्र में और अधिक नवाचार संभव है, वहीं ऑल्टमैन कंपनी के मौजूदा मार्ग और सिद्धांतों पर कायम रहना चाहते हैं। इस विवाद से यह संकेत मिलता है कि दोनों के दृष्टिकोण में काफी अंतर है, जिससे आगे चलकर रणनीतिक निर्णयों पर भी असर पड़ सकता है।
इस प्रकार के मनोरंजक और हल्के-फुल्के जवाब तकनीकी जगत में कभी-कभी गंभीर बहसों के बीच एक नया आयाम जोड़ते हैं। हालांकि यह संवाद मजाकिया लग सकता है, लेकिन इसके पीछे दोनों नेताओं के दृष्टिकोण में अंतर और भविष्य की रणनीतियों को लेकर चल रहे तनाव को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
एलोन मस्क का 97 बिलियन डॉलर का ओपनएआई खरीदने का प्रस्ताव और सैम ऑल्टमैन का 9 बिलियन डॉलर में “X” खरीदने का मजाकिया जवाब इस बात का प्रमाण है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य और तकनीकी विकास को लेकर दुनिया में गंभीर और विचारोत्तेजक बहसें चल रही हैं। यह संवाद न केवल मनोरंजक है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे विभिन्न दृष्टिकोण और रणनीतियाँ तकनीकी दुनिया में नए रास्ते खोलने में सहायक हो सकती हैं।