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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 69 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया

पद्म श्री सम्मान के लिए 57 लोगों का चयन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित दूसरे सिविल इनवेस्टिचर समारोह में 2025 के लिए 69 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इनमें तीन हस्तियों को पद्म विभूषण, नौ को पद्म भूषण और 57 को पद्म श्री से नवाजा गया। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उनकी असाधारण सेवाओं और उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं।

पद्म विभूषण, देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। इस वर्ष यह सम्मान तीन महान हस्तियों को प्रदान किया गया। इनमें चिकित्सा, कला, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक जीवन में योगदान देने वाले लोग शामिल हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने इन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि ये लोग देश के विकास और समाज को प्रेरित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

पद्म भूषण से इस बार 9 हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस श्रेणी में विज्ञान, शिक्षा, खेल, साहित्य और व्यापार जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल रहे। राष्ट्रपति मुर्मू ने उनके समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की, जो समाज को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं।सबसे अधिक पुरस्कार पद्म श्री के रूप में दिए गए, जिसमें 57 लोगों को शामिल किया गया। ये लोग देश के विभिन्न हिस्सों से आते हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इनमें लोक कलाकार, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान, शिक्षक, चिकित्सक और कई अन्य शामिल हैं, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने पुरस्कार समारोह में अपने संबोधन में कहा, “ये पुरस्कार भारत की विविधता और सृजनात्मकता का प्रतीक हैं। पद्म पुरस्कार पाने वाले सभी लोगों ने अपने जीवन में असाधारण मेहनत और निष्ठा दिखाई है। उनकी कहानियां हमें प्रेरणा देती हैं और दिखाती हैं कि कड़ी मेहनत और समाज के प्रति समर्पण से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है।”

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने पुरस्कार विजेताओं से बातचीत की और उनके योगदान को ‘भारत की असली ताकत’ बताया। उन्होंने कहा, “ये पुरस्कार केवल व्यक्तियों को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को सम्मानित करते हैं, जो उनके साथ खड़ा रहा और उनका समर्थन किया।”

समारोह के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के बाद राष्ट्रपति ने उनसे मुलाकात की और देश की प्रगति में उनके योगदान को रेखांकित किया। परिवार के सदस्य भी इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बने और अपने प्रियजनों के सम्मान पर गर्व जताया।

पद्म पुरस्कार न केवल भारत के गौरवशाली इतिहास को प्रतिबिंबित करते हैं, बल्कि उन लोगों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने समाज और राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा दी। इस साल के पुरस्कार विजेताओं ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत का असली सामर्थ्य उसकी जनता में ही निहित है। राष्ट्रपति भवन का यह समारोह न केवल सम्मान का प्रतीक था, बल्कि एक प्रेरणा का स्रोत भी बना।

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