
उत्तर भारत में सक्रिय मानसून ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही मचा दी है। बीते 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस मानसून सीजन में कुल मृतकों की संख्या 20 पहुंच गई है। लगातार हो रही मूसलधार बारिश के चलते इन दोनों राज्यों में सड़कें, पुल, बिजली और संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
भारत मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इसके चलते राज्य सरकार ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और सोलन जिलों में आज सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
हिमाचल के कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और चंबा जैसे जिलों में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात बाधित है और सैकड़ों पर्यटक विभिन्न स्थलों पर फंसे हुए हैं। मंडी जिले में NH-154 पर भारी भूस्खलन के चलते लंबा ट्रैफिक जाम देखा गया।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में भी तेज बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर ने लोगों को डरा दिया है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी किया है और नदियों के किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
हिमाचल में इस मानसून सीजन की शुरुआत से अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 8 मौतें भूस्खलन, 6 पानी में बहने और अन्य 6 हादसों के कारण हुई हैं। ताजा घटनाओं में मंडी में एक मकान गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि चंबा में एक व्यक्ति नदी में बह गया।
राज्य सरकार ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और सोलन जिलों में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को आज बंद रखने का आदेश दिया है। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों और यात्रियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और पहाड़ी क्षेत्रों में न जाएं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एनडीआरएफ (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें अलर्ट पर हैं। बचाव कार्यों के लिए अतिरिक्त संसाधन तैनात किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अधिकारियों को 24×7 निगरानी रखने और प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।