मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने शनिवार को श्रीसैलम और विजयवाड़ा के बीच सीप्लेन सेवा की परीक्षण उड़ान का शुभारंभ किया, जो राज्य की पहली सीप्लेन सेवा है। इस ऐतिहासिक पहल से राज्य के पर्यटन उद्योग को बड़ी मजबूती मिलने की उम्मीद है।सीप्लेन सेवा के प्रारंभ से आंध्र प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि यह सेवा राज्य के पर्यटन क्षेत्र को एक नई दिशा देगी और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा, “हम आंध्र प्रदेश को पर्यटन के नक्शे पर एक प्रमुख स्थान दिलाना चाहते हैं और यह सीप्लेन सेवा उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
श्रीसैलम और विजयवाड़ा के बीच की इस सेवा से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को विशेष रूप से फायदा होगा। यह मार्ग धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, और अब सीप्लेन सेवा के माध्यम से इन स्थानों तक पहुंचना और भी सुविधाजनक हो जाएगा।केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर ऐसी योजनाओं को समर्थन देने के लिए तैयार है, जो देश के पर्यटन और परिवहन क्षेत्र में बदलाव ला सकती हैं। उन्होंने बताया कि इस सेवा का उद्देश्य न केवल राज्य के भीतर यात्रा को आसान बनाना है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करना है।
इस सेवा की परीक्षण उड़ान ने सभी सुरक्षा और तकनीकी मानकों को पूरा किया। अधिकारियों के अनुसार, यदि यह सेवा सफल रहती है, तो भविष्य में इसे अन्य प्रमुख जल निकायों और पर्यटन स्थलों के बीच भी शुरू किया जा सकता है। सरकार का उद्देश्य है कि सीप्लेन सेवाएं पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी सुरक्षित और टिकाऊ रहें।
इस नई सेवा के शुभारंभ से राज्य के होटल, रिसॉर्ट्स, और स्थानीय व्यापारों में भी तेजी आने की उम्मीद है। पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि सीप्लेन सेवा का विस्तार राज्य को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा।