कैपिटल गेन टैक्स बढ़ने से पैसे निकाल रहे हैं विदेशी निवेशक
आम बजट में STT (सिक्योरिटीज एंड ट्रांज़ैक्शन टैक्स) और कैपिटल गेन टैक्स बढ़ने के कारण विदेशी निवेशकों में बिकवाली का दौर चालू है और विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। एक्सचेंज के आकड़ों के अनुसार फॉरेन इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स (FII) ने भारतीय बाजार से निकासी की है। फंड्स की निकासी और रिकॉर्ड तेजी के बाद मुनाफावसूली से बाजार के सेंटीमेंट्स पर गुरुवार को भी असर दिखा। एक्सचेंज डेटा के अनुसार फॉरेन इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स (FII) ने 24 जुलाई को 5130 करोड़ रूपये मूल्य के शेयर बेचे और निकासी का यह ट्रेंड गुरुवार को भी दिखा.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, जियोजित फाइनेंसियल के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार ने बताया ‘कैपिटल गेन टैक्स बढ़ाने के बजट प्रस्तावों पर FII की भावनाएं थोड़ी नेगेटिव हो गई हैं, लेकिन यह शार्ट टर्म के लिए दिखती हैं क्यूंकि लॉन्ग टर्म के हिसाब से भारत अभी भी उनका पसंदीदा स्पॉट है। इसके पीछे कारण है अच्छी डेमोग्राफी, बढ़ता मिडिल क्लास और ऑप्टिमिस्टिक ग्रोथ ट्रेंड।’ जाहिर है की विदेशी निवेशकों का मुख्य ध्यान कैपिटल गेन टैक्स पर ही रहेगा क्यूंकि एशिया अधिकतर देशों में नॉन रेजिडेंट इन्वेस्टर्स पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं है। संसद में पेश आम बजट में LTCG (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स ) 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी और STCG (शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स ) को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा है.