‘वनवास’ फिल्म है भावनाओं का ‘गदर’, मेरे दिल के करीब है : अनिल शर्मा
फिल्म निर्माता अनिल शर्मा ने कहा है कि नाना पाटेकर और उत्कर्ष शर्मा अभिनीत उनकी अगली फिल्म ‘वनवास’, जिसका नाम पहले ‘जर्नी’ था, वह भावनाओं का ‘गदर’ है।
अपनी अगली फिल्म के बारे में आईएएनएस से बात करते हुए, अनिल शर्मा ने कहा कि ‘वनवास’ भावनाओं का गदर है। यह भावनाओं का विस्फोट है। यह एक ऐसी कहानी है, जिसमें हमने यह दिखाने की कोशिश की कि एक पिता का महत्व सबसे ऊपर होता है। यह एक ऐसी फिल्म है जो हर किसी को पसंद आएगी। यह फिल्म हर पिता देखेगा और फिर अपने बेटों को इसे देखने के लिए कहेगा।
फिल्म निर्माता ने कहा कि उन्होंने सिनेमा में अपनी यात्रा ‘श्रद्धांजलि’ जैसी फिल्मों से शुरू की। फिर ‘बंधन कच्चे धागों का’ ‘अपने’ जैसी फिल्में बनाई, जो उनके जीवन की भावनात्मक यात्रा की तरह थी। इसी तरह, ‘वनवास’ भी एक भावनात्मक यात्रा है, जहां मैं कहता हूं, ‘अपने ही देते हैं अपनों को वनवास’, मैं दुनिया का सबसे बड़ा सच बताने की कोशिश कर रहा हूं। यह आज के समय में बहुत प्रासंगिक है।
फिल्म निर्माता अनिल शर्मा की ‘गदर 2’ फिल्म ने हिंदी सिनेमा में एक साल पूरा कर लिया है। उन्होंने उस पल को याद किया जब उन्हें अनुभवी स्टार अभिनेता नाना पाटेकर का फोन आया था, जो यह देखकर आश्चर्यचकित थे कि अनिल शर्मा एक्शन फिल्म नहीं बना रहे हैं।
अनिल शर्मा ने कहा कि ‘गदर’ के बाद जब मैं फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाला था तो नाना पाटेकर ने फोन किया और कहा कि अनिल मैंने सोचा था कि तुम एक बड़ी एक्शन फिल्म की शूटिंग कर रहे होगे। ‘गदर’ इतनी बड़ी हिट बन गई है। इसके जवाब में मैंने उनसे कहा , नाना सर, मैं एक इमोशनल ‘गदर’ बना रहा हूं। मैं एक ऐसी फिल्म बना रहा हूं जो मेरे दिल के करीब है। मैं किसी ट्रेंड के मुताबिक नहीं चलता हूं, बल्कि जो महसूस करता हूं उस पर फिल्म बनाता हूं।