अहमदाबाद में ‘कुट्टू का आटा’ खाने से फ़ूड प्वाइज़निंग का मामला, सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती
अहमदाबाद में नवरात्रि के दौरान व्रत में खाए जाने वाले ‘कुट्टू का आटा’ (बकव्हीट फ्लोर) से बने खाद्य पदार्थ खाने के बाद सैकड़ों लोग फ़ूड प्वाइज़निंग के शिकार हो गए। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी शिकायतों के साथ अस्पताल में भर्ती हुए। इस घटना ने अहमदाबाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है, और मामले की जांच तेजी से की जा रही है।
नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में लोग व्रत रखते हैं और सामान्य भोजन की जगह ‘कुट्टू का आटा’, सिंघाड़ा आटा और अन्य व्रत विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। अहमदाबाद के विभिन्न इलाकों में व्रत रखने वाले लोगों ने ‘कुट्टू के आटे’ से बने पकवान खाए थे, जिसके बाद उन्हें स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो गईं।
घटना की शुरुआत शहर के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों से हुई, जहां सबसे पहले कुछ लोग पेट में तेज दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई और करीब 200 से ज्यादा लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
इस घटना के बाद अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने तुरंत कार्रवाई की और शहर के विभिन्न बाजारों से ‘कुट्टू का आटा’ और अन्य व्रत सामग्री के सैंपल लिए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को जांच के लिए भेजा गया है, ताकि पता लगाया जा सके कि किस वजह से यह खाद्य विषाक्तता फैली।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ‘कुट्टू का आटा’ सही तरीके से संग्रहित न होने या मिलावट के कारण दूषित हो गया हो सकता है, जिससे यह विषाक्त हो गया। यह भी आशंका जताई जा रही है कि आटे में कोई केमिकल मिलाया गया हो, जिसने इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बना दिया।
शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार, ज्यादातर मरीजों को उल्टी, दस्त, और पेट दर्द की शिकायतें हैं, जो फ़ूड प्वाइज़निंग के लक्षण हैं। हालांकि अब तक किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं बताई जा रही है, लेकिन कुछ मामलों में मरीजों को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा है।
नवरात्रि के दौरान इस प्रकार की घटना ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। व्रत में खास तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले ‘कुट्टू का आटा’ खाने से इस तरह की बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ने से शहर में भय का माहौल बन गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे खाद्य पदार्थों को लेकर सावधानी बरतें और सिर्फ़ प्रमाणित दुकानों से ही खाद्य सामग्री खरीदें।