मुंबई के जाने-माने समाजसेवी और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या ने शहर को हिला कर रख दिया है। शनिवार को उन्हें गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद अपराध की दुनिया में हलचल मच गई है। अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने इस हत्या की साजिश रचने की बात कबूल की है।
शनिवार की शाम को बाबा सिद्दीकी पर उस वक्त हमला किया गया, जब वे अपने कुछ सहयोगियों के साथ एक निजी बैठक से बाहर आ रहे थे। हमलावरों ने अचानक उन पर गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी के बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए, और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। बाबा सिद्दीकी की हत्या से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई और राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तनाव का माहौल बन गया।
इस हत्या की जांच में तेजी तब आई जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पुलिस हिरासत में इस हत्या की साजिश रचने की जिम्मेदारी स्वीकार की। बिश्नोई ने बताया कि यह हत्या उसकी योजना का हिस्सा थी और उसने अपने गैंग के सदस्यों को इसे अंजाम देने के निर्देश दिए थे। बिश्नोई का नाम इससे पहले भी कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं और आपराधिक गतिविधियों से जुड़ चुका है। पुलिस को शक है कि यह हत्या बाबा सिद्दीकी और बिश्नोई के गिरोह के बीच चल रहे किसी निजी या आपराधिक विवाद का नतीजा हो सकती है।
मुंबई पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कई गिरफ्तारियां की हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस हत्या के पीछे संगठित अपराध का हाथ होने की पूरी संभावना है। पुलिस ने हत्या में शामिल लोगों की पहचान कर ली है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई के बयान के बाद पुलिस उसके गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी नजर रख रही है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
बाबा सिद्दीकी मुंबई के एक प्रमुख नेता और समाजसेवी थे। उन्होंने राजनीति में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई सालों तक बांद्रा पश्चिम क्षेत्र से विधायक रहे। बाबा सिद्दीकी का नाम मुंबई के विकास कार्यों और गरीबों की मदद के लिए हमेशा चर्चित रहा है। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री समेत कई राजनीतिक नेताओं ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “बाबा सिद्दीकी एक सच्चे समाजसेवी और जनसेवक थे, उनकी हत्या एक कायराना हरकत है।” इसके अलावा, उनके समर्थकों और समाजसेवी संस्थाओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और न्याय की मांग की है।