बीजेपी ने कांग्रेस पर संविधान की खाली प्रतियां वितरित करने का आरोप लगाया, राहुल गांधी के नागपुर कार्यक्रम में हुआ विवाद
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसने महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में संविधान की खाली प्रतियां वितरित कीं। यह कार्यक्रम राहुल गांधी द्वारा आयोजित किया गया था, और इसका विषय था ‘संविधान की रक्षा और उसे कायम रखना’। बीजेपी ने इसे संविधान का अपमान करार दिया और कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान संविधान की रक्षा की अहमियत पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे, और इसका उद्देश्य संविधान को बनाए रखने की दिशा में जन जागरूकता फैलाना था। हालांकि, बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए संविधान की खाली प्रतियां वितरित कीं, जो कि एक गंभीर मामला है।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस संविधान की रक्षा की बात कर रही थी, तो उसने संविधान की खाली प्रतियां बांटकर इसकी गरिमा को ठेस पहुंचाई। पार्टी ने इसे एक ‘राजनीतिक चाल’ बताते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस केवल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संविधान का उपयोग कर रही है, न कि उसकी रक्षा करने के लिए।
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह एक दुखद और शर्मनाक घटना है। कांग्रेस पार्टी जो खुद को संविधान का रक्षक बताती है, वही संविधान का अपमान कर रही है। यह एक साजिश का हिस्सा है, जिसे कांग्रेस ने अंजाम दिया है।”वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इन आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और उनका उद्देश्य केवल कांग्रेस की छवि को खराब करना है। सुरजेवाला ने कहा, “हमने संविधान की प्रति वितरित की थी, जिसमें सिर्फ पृष्ठों की बाइंडिंग की गई थी और कुछ कार्यात्मक कारणों से पृष्ठों को पहले से ही खाली किया गया था।”
कांग्रेस ने यह भी बताया कि इसका उद्देश्य केवल संविधान की महिमा और महत्व को समझाना था, और इस कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संविधान के मूल्यों के प्रति जागरूक करना था।यह विवाद राजनीतिक गलियारों में गर्मा गया है, जहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। बीजेपी ने कांग्रेस को संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की सलाह दी है, जबकि कांग्रेस ने आरोपों को सिरे से नकारा है।