
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सिक्किम के उत्तरी हिस्से और गंगटोक में भारी बारिश को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की चपेट में है, जिससे भूस्खलन और अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की आशंका बढ़ गई है।इसी बीच एक चिंताजनक घटना रविवार शाम पश्चिम सिक्किम के रोहतक नदी में सामने आई, जहां दो स्थानीय युवक तेज बहाव में बह गए थे। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की सतर्कता और साहसिक प्रयासों से दोनों को समय रहते बचा लिया गया और एक बड़ा हादसा टल गया।
घटना रविवार की शाम करीब 5 बजे की है, जब दो युवक – जिनकी पहचान स्थानीय निवासियों के रूप में हुई है – रोहतक नदी में नहा रहे थे। तभी अचानक बारिश के चलते नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया और वहां फ्लैश फ्लड जैसी स्थिति बन गई।तेज़ बहाव में दोनों युवक कुछ दूरी तक बहते चले गए, लेकिन आसपास मौजूद ग्रामीणों ने शोर सुनकर तत्काल रेस्क्यू की कोशिश शुरू की। स्थानीय युवकों और ग्रामीणों ने मिलकर रस्सियों और बांस की मदद से दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों युवक पानी के तेज बहाव में फंसे हुए थे और स्थिति बहुत ही गंभीर हो गई थी। लेकिन स्थानीय लोगों की तत्परता और साहस ने उन्हें समय रहते बचा लिया। ग्रामीणों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया, जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने बताया कि दोनों खतरे से बाहर हैं और जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।
स्थानीय प्रशासन ने इस बहादुरी के लिए ग्रामीणों की सराहना की है और कहा है कि समय पर प्रतिक्रिया ने दो ज़िंदगियाँ बचा लीं।सिक्किम में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन, सड़क बंद होने और जलभराव की स्थिति बन चुकी है। खासकर उत्तर सिक्किम और गंगटोक में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
IMD द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के अनुसार, आगामी 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके चलते यात्रा पर रोक, नदी किनारे जाने से मना, और पहाड़ी इलाकों में सतर्कता की अपील की गई है।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को हाई अलर्ट पर रखा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दी गई हैं। साथ ही, पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को पहाड़ों और जलधाराओं से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
एक अधिकारी ने कहा, “स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं कि मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।”
सिक्किम में जारी भारी बारिश और संभावित आपदाओं के बीच रोहतक नदी में दो युवकों की जान बचाना एक प्रेरणादायक घटना है। यह एक बार फिर साबित करता है कि सामूहिक प्रयास और सतर्कता से किसी भी संकट को टाला जा सकता है। वहीं, प्रशासन और नागरिकों के बीच समन्वय इस कठिन समय में और भी ज़रूरी हो गया है।