एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि: किंग चार्ल्स तृतीय ने ‘ट्रूपिंग द कलर’ पर की विशेष श्रद्धांजलि
किंग चार्ल्स तृतीय ने साझा किया शोक

किंग चार्ल्स तृतीय और ब्रिटेन के वरिष्ठ शाही सदस्यों ने अपने वार्षिक जन्मदिन समारोह ‘ट्रूपिंग द कलर’ के दौरान एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देते हुए एक मौन पल का पालन किया और काली पट्टियां (ब्लैक आर्मबैंड) पहनकर अपनी संवेदना प्रकट की। इस दुखद विमान दुर्घटना में 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
यह प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि स्वयं किंग चार्ल्स तृतीय के अनुरोध पर की गई, जो इस हादसे में जान गंवाने वालों और प्रभावित परिवारों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए थी। समारोह के दौरान यह क्षण बेहद भावुक और गंभीर था, जब सैकड़ों दर्शकों की मौजूदगी में पूरा माहौल कुछ पलों के लिए शांत हो गया।
कॉमनवेल्थ प्रमुख होने के नाते किंग चार्ल्स तृतीय ने भारत, ब्रिटेन और अन्य देशों में इस हादसे से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि शाही परिवार इस कठिन समय में शोकसंतप्त परिवारों के साथ खड़ा है।महल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “किंग चार्ल्स तृतीय इस त्रासदी से बेहद दुखी हैं और उन्होंने इस वर्ष अपने जन्मदिन समारोह को एक श्रद्धांजलि अवसर में बदलने का निर्णय लिया ताकि वे अपना समर्थन और संवेदना व्यक्त कर सकें।”
‘ट्रूपिंग द कलर’ ब्रिटेन की एक परंपरागत सैन्य परेड है, जो हर वर्ष सम्राट के आधिकारिक जन्मदिन पर आयोजित की जाती है। इस बार का समारोह पहले से अलग था, क्योंकि इसमें उत्सव की बजाय गंभीरता और संवेदनाओं का माहौल अधिक महसूस किया गया।
समारोह के दौरान शाही परिवार के सभी प्रमुख सदस्य – क्वीन्स कंसोर्ट कैमिला, प्रिंस विलियम, प्रिंस एडवर्ड, और अन्य – ने भी काली पट्टियां पहनकर अपनी श्रद्धांजलि दी। गार्ड ऑफ ऑनर और रॉयल बैंड के बीच जैसे ही मौन रखा गया, पूरा लंदन का वह क्षेत्र कुछ पल के लिए स्थिर हो गया।
किंग चार्ल्स तृतीय की यह संवेदनात्मक पहल भारत-ब्रिटेन संबंधों में मानवीयता और करुणा की एक नई मिसाल बन गई है। इस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों में कई भारतीय, ब्रिटिश-भारतीय और अन्य नागरिक शामिल थे, जिससे दोनों देशों में गहरा शोक व्याप्त है।भारतीय उच्चायोग ने इस श्रद्धांजलि को “सच्चे सहयोग और सद्भावना की अभिव्यक्ति” बताया और ब्रिटेन के शाही परिवार को धन्यवाद ज्ञापित किया।
किंग चार्ल्स तृतीय का यह भावनात्मक और मानवीय कदम यह दर्शाता है कि राजशाही न केवल औपचारिक भूमिका निभाती है, बल्कि दुख की घड़ी में विश्व समुदाय के साथ खड़े रहने का भी संदेश देती है।