
दिशा सालियन की मौत मामले में विशेष जांच दल (SIT) द्वारा बंबई हाईकोर्ट को दी गई रिपोर्ट के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। बुधवार को महा विकास आघाड़ी (MVA) के नेताओं ने सत्ताधारी महायुति गठबंधन पर जमकर हमला बोला और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।
SIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिशा सालियन की मौत में किसी प्रकार की साजिश या आपराधिक साजिश नहीं पाई गई है। जांच एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि दिशा ने आत्महत्या की थी और इसमें कोई “फाउल प्ले” नहीं है। यह जानकारी सरकार द्वारा गठित SIT ने बंबई हाईकोर्ट में पेश की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट), शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस के नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर देवेंद्र फडणवीस और भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया।
शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा,”हमने बार-बार कहा कि दिशा सालियन की मौत का राजनीतिकरण बंद किया जाए। लेकिन भाजपा ने इस मामले में हमें बदनाम करने की कोशिश की। अब जब SIT ने साफ कर दिया है कि इसमें कोई साजिश नहीं थी, तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगनी चाहिए।”
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा,”यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि एक महिला की गरिमा का मुद्दा भी था। भाजपा नेताओं ने दिशा सालियन की मौत का इस्तेमाल कर झूठ फैलाया और MVA नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश की।”
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा,”सत्ताधारी दल ने चुनावों के दौरान इस मुद्दे को हथियार बनाया। SIT की रिपोर्ट के बाद साफ हो गया है कि विपक्ष झूठा प्रचार कर रहा था। यह जनता के साथ भी धोखा है।”
दिशा सालियन, जो दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थीं, जून 2020 में मुंबई के मलाड इलाके में एक इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने के कारण मौत के घाट उतरी थीं। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला बताया गया था, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद इस मामले को भी संदेह के घेरे में लिया गया।
भाजपा सहित कई नेताओं ने दावा किया था कि दिशा की मौत रहस्यमयी है और इसमें राजनीतिक हस्तियों की संलिप्तता हो सकती है। इसे लेकर कई बार MVA सरकार और खासतौर पर आदित्य ठाकरे को निशाना बनाया गया था।SIT की रिपोर्ट के बाद अब यह मामला लगभग समाप्ति की ओर है। रिपोर्ट में कहा गया कि दिशा ने स्वयंकुशी की थी और किसी प्रकार का यौन उत्पीड़न, हत्या या साजिश के प्रमाण नहीं मिले हैं।