तमिलनाडु: विरुधुनगर ज़िले के मंदिर में अन्नदान के बाद 107 श्रद्धालु अस्पताल में भर्ती
कुंभाभिषेकम उत्सव के दौरान हुई घटना

तमिलनाडु के विरुधुनगर ज़िले में स्थित करुपन्नासामी मंदिर में ‘अन्नदान’ (भंडारे) के दौरान भोजन ग्रहण करने के बाद कम से कम 107 श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह घटना कल्वीमदाई गांव में तब हुई जब मंदिर में कुंभाभिषेकम उत्सव के तहत सामूहिक भोजन कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
जानकारी के अनुसार, मंदिर में 6 जून से कुंभाभिषेकम (मंदिर शुद्धिकरण और पुनः प्राण-प्रतिष्ठा) उत्सव चल रहा था। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे और परंपरा के अनुसार वहां अन्नदान यानी निशुल्क भोजन वितरण का आयोजन किया गया।
भोजन करने के कुछ ही घंटों के भीतर कई लोगों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द और चक्कर आने जैसी शिकायतें शुरू हो गईं।
जब बड़ी संख्या में लोगों ने एक जैसी लक्षणों की शिकायत की तो आयोजकों ने तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया। एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों को इलाज के लिए पास के सरकारी अस्पतालों — राजपलायम, अरुपुकोट्टाई और विरुधुनगर — में भर्ती कराया।
विरुधुनगर जिला कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हालात का जायज़ा लिया और खाद्य नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में फूड प्वाइजनिंग (खाद्य विषाक्तता) का मामला माना जा रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक अधिकांश मरीजों की हालत स्थिर है और उन्हें प्राकृतिक उपचार, तरल पदार्थ और निगरानी के तहत रखा गया है। कुछ गंभीर मरीजों को विशेष निगरानी में रखा गया है, लेकिन अभी तक किसी की जान को खतरा नहीं बताया गया है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण है।
विरुधुनगर ज़िला प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग यह पता लगाने में जुटा है कि किस भोजन या सामग्री में संक्रमण हुआ। अधिकारियों ने भोजन तैयार करने में लगी टीम और वितरण प्रक्रिया की भी समीक्षा शुरू कर दी है। अगर लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस घटना पर चिंता जताई है और सभी प्रभावित श्रद्धालुओं को समुचित इलाज और सहायता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और स्वच्छता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
करुपन्नासामी मंदिर में अन्नदान के दौरान हुई यह घटना एक बार फिर बताती है कि बड़े धार्मिक आयोजनों में खाद्य सुरक्षा और निगरानी बेहद ज़रूरी है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने हालात को संभाल लिया है, लेकिन यह घटना भविष्य में ऐसे आयोजनों में सतर्कता बरतने की ज़रूरत को रेखांकित करती है।