राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा ) अब चुनाव नहीं लड़ेंगी बल्कि एनडीए के प्रत्याशियों को समर्थन करेगी। रालोजपा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने शनिवार को इसकी घोषणा की।
पारस ने शनिवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हमारे भी नेता हैं और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है। उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400 से अधिक सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से सरकार बनायेगी।”
उन्होंने आगे लिखा कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करने में उनकी पार्टी का पूर्ण समर्थन है और रहेगा।
इसके साथ ही उन्होंने अपने पोस्ट में गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी टैग किया है।
पारस के इस निर्णय से साफ है कि अब वे अपने भतीजे और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान का भी हाजीपुर में समर्थन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि एनडीए में सीट बटवारे में रालोजपा को एक भी सीट नहीं मिलने पर पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा को 17, जदयू को 16, एलजेपी को पांच सीटें दी गईं। इसके अलावा हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक-एक सीट दी गई थी।
इसके बाद रालोजपा ने पारस के हाजीपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। कहा यह भी जा रहा था कि वह महागठबंधन से भी चुनाव लड़ सकते है, लेकिन महागठबंधन में भी उनकी पार्टी को स्थान नहीं मिला।