कश्मीर मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण की नई कोशिश: पाकिस्तान की साजिश बेनकाब
5 जनवरी को ‘कश्मीर आत्मनिर्णय दिवस’ पर पाकिस्तान की भारत विरोधी मुहिम तेज
पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने के लिए एक बार फिर अपनी साजिश तेज कर दी है। 5 जनवरी को ‘कश्मीर आत्मनिर्णय दिवस’ के मौके पर पाकिस्तान की ओर से भारत विरोधी प्रचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार और उसकी सैन्य एजेंसियां इस मुहिम के पीछे सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान समर्थित मीडिया संगठनों, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स और कट्टरपंथी समूहों को इस अभियान में लगाया गया है। इनका उद्देश्य कश्मीर मुद्दे को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और वैश्विक समुदाय को भारत के खिलाफ भड़काना है।
पाकिस्तान के इस प्रोपेगेंडा अभियान के तहत अंतरराष्ट्रीय संगठनों के जरिए विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं। खासकर यूरोप, अमेरिका और मुस्लिम देशों में भारत की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।
हालांकि, भारतीय कूटनीतिक और सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान की इस साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहले भी पाकिस्तान के झूठे दावों को बेनकाब किया है और इस बार भी पूरी रणनीति के तहत पाकिस्तान की चालों को विफल करने की योजना बनाई गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की यह कोशिश न सिर्फ नाकाम होगी, बल्कि इससे उसकी खुद की छवि और खराब होगी। भारत के कड़े रुख के चलते दुनिया के कई देश पहले ही पाकिस्तान के इस एजेंडे को खारिज कर चुके हैं।