
गुजरात के वडोदरा ज़िले के पादरा क्षेत्र में मंगलवार सुबह गंभीर पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब स्थानीय नागरिक पुल से होकर गुजर रहे थे।
जिला कलेक्टर अनिल धमेलिया ने जानकारी दी कि अब तक 9 शव बरामद किए जा चुके हैं और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवा कर इलाज शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है, और एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा:
“वडोदरा में पुल दुर्घटना से अत्यंत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों, यही कामना है। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है।”
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गंभीर नदी पर बना यह पुराना पुल कुछ समय से जर्जर स्थिति में था और लगातार बारिश के कारण इसकी नींव कमजोर हो गई थी। मंगलवार सुबह अचानक इसका एक हिस्सा ध्वस्त हो गया, जिससे कई लोग और वाहन पुल से नीचे गिर गए।
स्थानीय चश्मदीदों के अनुसार, हादसे के समय पुल पर काफी यातायात था। कई दोपहिया और चारपहिया वाहन इसकी चपेट में आ गए। पुल के नीचे बह रही नदी में बहाव तेज़ होने के कारण बचाव कार्य में भी चुनौतियाँ आ रही हैं।
स्थानीय प्रशासन, दमकल विभाग, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर मौजूद हैं और राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जिला प्रशासन ने आसपास के गांवों के लोगों से अपील की है कि वे पुल के पास न जाएं और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
जिला कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया:
“हम लगातार बचाव कार्य कर रहे हैं। लापता लोगों की खोज जारी है। सभी प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।”
इस हादसे ने एक बार फिर जर्जर हो चुके पुराने पुलों की स्थिति और उनकी मरम्मत में लापरवाही को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस पुल की स्थिति को लेकर प्रशासन को चेतावनी दी थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।