जम्मू-कश्मीर आतंकवादी हमले में शहीद नौसेना अधिकारी विनय नरवाल को पत्नी ने नम आंखों से दी विदाई, शादी के 6 दिन बाद टूटा सपना
सेना और नौसेना अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को उनकी नवविवाहित पत्नी हिमांशी ने आज दिल्ली में नम आंखों से अंतिम विदाई दी। यह जोड़ा महज छह दिन पहले यानी 16 अप्रैल को विवाह बंधन में बंधा था और शादी के बाद हनीमून के लिए कश्मीर गया था।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी का विवाह हरियाणा के झज्जर जिले में धूमधाम से हुआ था। विवाह के कुछ ही दिन बाद वे कश्मीर की खूबसूरत वादियों में समय बिताने गए थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें वे शहीद हो गए।
जब आज उनका पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा, तो एयरपोर्ट पर मौजूद हर आंख नम थी। उनकी पत्नी हिमांशी ने रोते हुए कहा, “हमें उन पर हर दिन गर्व रहेगा… हमें उन पर गर्व करना चाहिए।” यह कहते हुए वह बिलख उठीं। उनके शब्दों में दर्द, गर्व और एक न टूटने वाली याद बस गई।
लेफ्टिनेंट विनय की शहादत पर देशभर से श्रद्धांजलियों का सिलसिला जारी है। सोशल मीडिया पर लोग उनकी वीरता को सलाम कर रहे हैं और हिमांशी के साहस को नमन कर रहे हैं। कई लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस हमले के पीछे जिम्मेदार आतंकियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जाए।
दिल्ली में आयोजित शोक सभा में नौसेना और सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सेना ने कहा कि लेफ्टिनेंट विनय की शहादत को कभी नहीं भुलाया जाएगा और उनके बलिदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा।लेफ्टिनेंट विनय नरवाल उन बहादुर जवानों में से एक थे जो देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से पीछे नहीं हटे। एक नई जिंदगी की शुरुआत के महज छह दिन बाद ही उन्होंने अपनी जिंदगी देश को समर्पित कर दी।