अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको पर लगाया 30% आयात शुल्क, 1 अगस्त से होगा लागू
वैश्विक व्यापार पर असर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि यूरोपीय संघ (EU) और मेक्सिको से आने वाले सभी आयातों पर 30% टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया जाएगा। यह निर्णय 1 अगस्त 2025 से लागू होगा। यह घोषणा राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की।
यह कदम ट्रंप सरकार की उस व्यापक नीति का हिस्सा है जिसके तहत हाल ही में जापान, दक्षिण कोरिया, कनाडा और ब्राज़ील से आने वाले आयातों पर भी भारी टैरिफ लगाया गया था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने बयान में कहा:
“हम अमेरिकी श्रमिकों, उद्योगों और राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं। हमें वर्षों से अनुचित व्यापार समझौतों का खामियाज़ा भुगतना पड़ा है। अब समय आ गया है कि अमेरिका पहले खुद को प्राथमिकता दे।”
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ और मेक्सिको लगातार अमेरिकी बाज़ार में अपने उत्पाद कम कीमत पर भेज रहे थे, जिससे घरेलू उद्योगों को नुकसान हो रहा था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से अमेरिका और उसके प्रमुख व्यापारिक भागीदारों के बीच व्यापार युद्ध और कूटनीतिक तनाव बढ़ सकता है। यूरोपीय संघ और मेक्सिको ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और जवाबी टैरिफ लगाने की संभावना भी जताई है।
यूरोपीय आयोग की एक प्रवक्ता ने कहा:
“यह निर्णय न केवल अनुचित है, बल्कि इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं भी प्रभावित होंगी। हम इस पर गहराई से विचार कर रहे हैं और उपयुक्त जवाब देंगे।”
आलोचकों का कहना है कि इस कदम का सीधा असर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ेगा क्योंकि कई वस्तुएं जैसे कि कार, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी और खाद्य उत्पाद महंगे हो सकते हैं। साथ ही, इससे घरेलू महंगाई पर भी दबाव बढ़ेगा।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम 2024 के चुनावी वादों का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के तहत घरेलू रोजगार और उद्योगों को प्राथमिकता देने का वादा किया था। आने वाले राष्ट्रपति चुनावों से पहले यह घोषणा आर्थिक राष्ट्रवाद की दिशा में एक बड़ा संकेत मानी जा रही है।